रविवार, 15 नवंबर 2020

Akabari lota Question answer

 

                                                          अकबरी लोटा

 

                                शब्दार्थ

अदब= शिष्टाचार, लिहाज

डामल फाँसी - आजीवन कारावास का दंड, देश निकाला

मुंडेर - छत के आसपास किनारों पर बनाई जाने वाली दीवार

सायबान - वह छप्पर या कपड़ा आदि का पर्दा जो धूप और वर्षा से बचाव के लिए   

        मकान या दुकान के आगे लगाया जाता है |

खुराफाती- शरारती

गठन- बनावट

सांगोपांग- पूरी तरह, ऊपर से नीचे तक

खोज -अन्वेषण

पारसाल- पिछले वर्ष

तन्मयता- मगन हो जाना

अंतर्धान- अदृश्य

                        पर्यायवाची शब्द

प्रबंध- व्यवस्था, इंतजाम

अपराधी- गुनहगार, दोषी

संदेश- खबर, समाचार

कोष- भंडार, खजाना

 

 

                       विलोम शब्द

संयोग Х वियोग

शिक्षित Х अशिक्षित

सज्जन Х दुर्जन

                                     अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

सात दिनों का समूह- सप्ताह

मास में एक बार होने वाला- मासिक

विशेष ज्ञान रखने वाला- विज्ञ

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए |

प्रश्न १ - “लाला ने लोटा ले लिया बोले कुछ नहीं अपनी पत्नी का अदब मानते थे |” लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया | आपके विचार से वे चुप क्यों रहे ? अपने विचार लिखिए |

उत्तर - लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया क्योंकि वह अपनी पत्नी का अदब मानते थे | दूसरी बात  वे पत्नी के तेज तर्रार स्वभाव से भी अवगत थे उन्होंने सोचा कि अभी तो लोटे में पानी मिला है यदि चूँ किया तो कहीं बाल्टी में भोजन ना करना पड़ जाए |

प्रश्न २ - लाला झाऊलाल ने दो और दो जोड़ कर स्थिति को समझ लिया |” आपके विचार से लाला झाऊलाल ने कौन- सी बातें समझ ली होंगी ?

उत्तर -  दो और दो जोड़ कर स्थिति को समझना  अर्थात परिस्थिति को भाँप  जाना | लोटा गिरने पर गली में मचे शोर को सुनकर आँगन में भीड़ एकत्र हो गई | एक अंग्रेज को भीगे हुए देखकर लाला समझ गए कि स्थिति गंभीर है और अंग्रेज को लगा है| इसमें उनका चुप रहना ही ठीक है|  

प्रश्न ३ - अंग्रेज के सामने बिलवासी जी ने झाऊलाल को पहचानने तक से क्यों इनकार कर दिया ? आपके विचार से बिलवासी जी ऐसा अजीब व्यवहार क्यों कर रहे थे ? स्पष्ट कीजिए |

उत्तर - अंग्रेज के सामने बिलवासी जी ने झाऊलाल को पहचानने से इनकार कर दिया ताकि अंग्रेज का क्रोध शांत हो जाए और अंग्रेज को जरा भी संदेह न हो कि वह लाला का आदमी है | वह अपनी योजना भी पूरी करना चाहते थे जिससे पैसों की व्यवस्था हो सके|

प्रश्न ४ - बिलवासी जी ने रुपयों का प्रबंध कहाँ से किया था ? लिखिए |

उत्तर  बिलवासी जी ने रुपयों का प्रबंध अपने ही घर से अपनी पत्नी की संदूक से  चोरी करके किया था  |

प्रश्न ५ - आपके विचार से अंग्रेज ने यह पुराना लोटा क्यों खरीद लिया ?

उत्तर - अंग्रेज को पुरानी ऐतिहासिक चीजें इकट्ठा करने का शौक था | ऐसा इसलिए भी कह सकते हैं क्योंकि जब उसे लोटे से चोट लगी तब वह दुकान से पुरानी पीतल की मूर्तियाँ खरीद रहा था| अंग्रेज ने बिलवासी के कहने पर लोटे को अकबरी लोटा समझकर 500  रुपये में खरीद लिया | वे अपने पड़ोसी मेजर डगलस को भी नीचा दिखाना चाहते थे |

प्रश्न ६ - उस दिन रात्रि में बिलवासी जी को देर तक नींद नहीं आई| समस्या झाऊलाल की थी और नींद बिलवासी जी की उड़ी थी तो क्यों ? लिखिए |

 उत्तर - झाऊलाल के लिए बिलवासी जी ने अपनी पत्नी के संदूक से पैसे चोरी किए थे | अब वह अपनी पत्नी के सोने की प्रतीक्षा में थे ताकि वे चोरी के पैसे चुपचाप संदूक में रख दें इसलिए समस्या झाऊलाल की थी और नींद बिलवासी जी की उड़ी थी |