बुधवार, 6 जुलाई 2016

प्रभू मोरे अवगुण prabhu mere avagun chit na dharo / bhakti Suradas ji ke pad



प्रभू मोरे अवगुण चितनधरो।समदरसी है नाम तिहारो चाहो तो पार करो।|
एक लोहा पूजा में राखत एक रहत ब्याध घर परो| 

पारस गुण अवगुण नहिं चितवत कंचन करत खरो||
एक नदिया एक नाल कहावत मैलो ही नीर भरो| 

जब दौ मिलकर एक बरन भई सुरसरी नाम परो||
एक जीव एक ब्रह्म कहावे सूर श्याम झगरो| 

अबकी बेर मोंहे पार उतारो नहिं पनजात चलो|