शब्दार्थ
हस्ती - अस्तित्व
लम -दुनिया, माहौल
स्वच्छंद- अपनी इच्छा के अनुसार चलने वाला
आबाद- संपन्न, खुशहाल
छककर -जी भरकर
विलोम शब्द
आबाद बर्बाद
अपना पराया
सफलता असफलता,
हँसना रोना
सुख दुख
पर्यायवाची
उल्लास - उमंग, हर्ष
आँसू - अश्रु,नेत्रजल
निशानी- चिह्न, लक्षण
प्रश्नोत्तर
प्रश्न -१ प्रस्तुत कविता के रचनाकार कौन है?
उत्तर- प्रस्तुत कविता के रचनाकार भगवतीचरण वर्मा हैं ।
प्रश्न -२ कविता में दीवाने किन्हें कहा गया है ?
उत्तर- कविता में दीवाने उन वीर क्रांतिकारियों को कहा गया है जो बेफिक्री का जीवन जीते हैं। लोगों के बीच मस्ती से जीवन जीने का संदेश देते हैं तथा देश के लिए अपना अपना सबकुछ समर्पित कर देते हैं।
प्रश्न -३ दीवाने सुख और दुख को किस भाव से ग्रहण करते हैं ?
उत्तर - दीवाने सुख और दुख को एक समान भाव से ग्रहण करते हैं |
प्रश्न -४ दीवाने अपने बंधन तोड़कर किस ओर बढ़ना चाहते हैं ?
उत्तर - दीवाने अपने बंधन तोड़कर लोगों को खुशियाँ बाँटते हुए बलिदान होने की दिशा में बढ़ना चाहते हैं|
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर लिखें -
प्रश्न १- कवि ने अपने आने को उल्लास और जाने को आँसू बनकर बह चलना क्यों कहा है ?
उत्तर- कवि ने अपने आने को उल्लास और जाने को आँसू बनकर बह जाना इसलिए कहा है क्योंकि वे अंग्रेजी सरकार की निगाहों से बचते हुए देश को स्वतंत्र कराने की चाहत में जब कभी लोगों से मिलते हैं तब सभी प्रसन्न हो जाते हैं और दीवाने जब उन लोगों को छोड़कर जाने लगते हैं तो लोग दुखी हो जाते हैं। ऐसी विदाई की घड़ी में सबकी आँखों से आँसू बहने लगते हैं ।
प्रश्न - २ भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने वाला कवि ऐसा क्यों कहते हैं कि वह अपने अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहे हैं ?
उत्तर- भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने वाले कवि ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि दीवाने जहाँ भी गए वहाँ दीन तथा अभावग्रस्त जीवन जीने वाले लोगों के बीच अपना प्यार उन्मुक्त रूप से लूटाया। लोगों के बीच जाकर स्वतंत्रता प्राप्ति की योजनाएँ भी बनाई पर इतना सबकुछ करने पर भी वे अपने लक्ष्य से दूर रह गए। उनके जीते जी स्वतंत्रता नहीं मिल पाई। अंतिम दिनों में उन्हें देश को आजादी न मिलने का दुख है, इसलिए वे निराश हैं। इसीलिए वह अपने अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहे हैं|
प्रश्न-३ कविता में ऐसी कौन सी बात है जो आपको सबसे अच्छी लगे ?
उत्तर- इस कविता में मुझे कवि के जीवन जीने का तरीका मुझे बहुत पसंद आया | वे संसार की माया से दूर सब को प्यार लुटाने में लगे हैं | वे दूसरों की खुशियों का तो ध्यान में रखते हैं साथ ही जीवन में आने वाले सुख- दुख को एक समान समझते हैं । वे अपने देश के लिए अपना सब कुछ समर्पित कर देते हैं | ऐसे व्यक्ति जीवन में सबसे ज्यादा सुखी और संतुष्ट रहते हैं।
प्रश्न-४ दीवानों की हस्ती कविता में निहित संदेश स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- दीवानों की हस्ती कविता में हमें यह संदेश मिलता है कि हमें मनमर्जी तथा निश्चिंतता का जीवन जीना चाहिए। लोगों के दुख को अपना दुःख समझना चाहिए तथा उनमें खुशियाँ बाँटनी चाहिए। हमें देशवासियों के प्रति कल्याण की भावना रखनी चाहिए। इसके अलावा दीवानों की तरह ही हमारे मन में देश के लिए अपना सबकुछ अर्पण करने की भावना भी होनी चाहिए।