सोमवार, 14 सितंबर 2020

यह सबसे कठिन समय नहीं (अभ्यास कार्य )

                                 यह सबसे कठिन समय नहीं 

                                            शब्दार्थ 

डूबना -अस्त होना  

रती- गिरती 

गंतव्य - मंजिल 

प्रतीक्षा- राह  देखना 

आखिरी- अंतिम 

तमाम -सभी 

वक्त -समय 

                                    समानार्थी शब्द 

कथा - कहानी, किस्सा

अंतरिक्ष- व्योम, आसमान

खबर- सूचना, जानकारी

हाथ -हस्त, कर

समय- वक्त, काल

                            विलोम शब्द 

एक       *      अनेक 

कठिन     *     सरल 

आखिरी   *     शुरुआती 

                           अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

सौ  वर्षों का समूह - सदी 

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए | 

१- 'यह कठिन समय नहीं है' यह बताने के लिए कविता में कौन-कौन से तर्क प्रस्तुत किए गए हैं ? स्पष्ट कीजिए | 

उत्तर - 'यह कठिन समय नहीं है' यह बताने के लिए कविता में निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत किए गए हैं | 

क- अभी भी चिड़िया की चोंच में तिनका दबा हुआ है जिससे वह घोंसले 

का निर्माण करेगी | 

ख- झरती  हुई पत्ती  को थामने के लिए एक हाथ खड़ा है | 

ग- लोगों को अपनी मंजिल तक पहुँचाने के लिए स्टेशन पर एक रेल गाड़ी खड़ी है | 

घ- सूर्यास्त के समय कोई किसी की प्रतीक्षा कर रहा है | 

ङ् - बूढ़ी  नानी की कहानी का आखरी हिस्सा अभी भी सुना जाता है जिसमें वह बताती हैं कि अंतरिक्ष से एक बस आएगी: जो बचे हुए लोगों की खबर लाएगी | 

२-  चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में क्यों है ? वह तिनकों का क्या करती होगी ?

उत्तर - चिड़िया अपने बच्चों की सुरक्षा हेतु घोंसले  का निर्माण करना चाहती है इसलिए वह चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में है |  तिनका उसके अधिक परिश्रम का परिणाम है और उसके साहस को दर्शाता है जिसमें उसकी सफलता छिपी  है |  वह एक तिनके को उठाकर अपने परिवार तथा आने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए नीड बनाती है | 

३-  रेलगाड़ी के उदाहरण द्वारा कवयित्री  हमें क्या संदेश  देना चाहती हैं ? 

उत्तर- रेलगाड़ी के उदाहरण द्वारा कवयित्री हमें यह संदेश देना चाहती हैं कि जैसे एक रेलगाड़ी छूटने के बाद हमें दूसरी रेलगाड़ी मिल जाती है जो हमें अपनी मंजिल तक पहुँचाती है वैसे ही हमें अपने जीवन में असफल होने के बाद भी दूसरी बार प्रयास करना चाहिए जिससे हम अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकें | 

४-  जीवन में आने वाली परेशानियों से हार क्यों नहीं माननी चाहिए ?

उत्तर- जीवन में आने वाली परेशानियों से हार नहीं माननी चाहिए क्योंकि जैसे एक चिड़िया हर कठिनाइयों का सामना करके अपनी चोंच में तिनका दबाकर एक उड़ान भर्ती है उसी प्रकार हमें भी परिश्रम करके हर कठिनाइयों का सामना करना चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए |  परिश्रम  करते रहना चाहिए एक न एक दिन हम  भी सफलता की उड़ान भरेंगे | 

५- इस कविता के माध्यम से कवयित्री  हमें क्या सीख देती हैं ?

उत्तर- इस कविता के माध्यम से  कवयित्री  हमें यह सीख देती हैं कि हमें परिश्रम करते रहना चाहिए | हमारे सामने कितनी भी बड़ी मुश्किल आ जाए तो भी हमें हार नहीं माननी चाहिए क्योंकि यह सबसे कठिन समय नहीं है |