(((( अच्छाई का फल ))))
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बात अमेरिका के फिलेडेल्फिया राज्य की है.
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एक बार बहुत ही घनी रात में बहुत तेज बारिश हो रही थी. एक बुजुर्ग जोड़ी बारिश में बचने के लिए किसी होटल में एक कमरा ढूँढ़ रहे थे.
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रात बहुत हो चुकी थी. और बाहर हालत कोई ख़ास अच्छी नहीं थी. ऐसे में वे एक होटल में जब गए.
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तो बूढ़े आदमी ने कहा, क्या हमें एक कमरा मिल सकता हैं ? मैनेजर को उन्हें भीगा हुआ देख बुरा लगा.
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उसने कहा, माफ़ कीजिये, हमारे होटल में एक मीटिंग हैं. और सारे कमरे उस मीटिंग में आये लोगों ने ले लिए है.
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पर मैनेजर ये भी जानता था की, आसपास कोई और होटल नहीं है. और इस समय इन्हें बाहर भेजना सुरक्षित नहीं होगा.
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उसने आग्रह किया की वे लोग उसके अपने कमरे में ठहर जाए. कमरा ज्यादा बड़ा तो नहीं है. पर आप लोग आराम से सुबह तक वहाँ रह सकते है.
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बूढ़े जोड़े को पहले थोड़ी झिझक हुई.
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पर जब नौजवान मैनेजर ने उनसे कहा की आप मेरी चिंता मत कीजिये. मैं यहाँ ठीक हूँ, मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी.
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तो फोरन वे मान गए और फिर उसने उन्हें अपना कमरा दे दिया.
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जब सुबह हुई. और जाते वक़्त बूढ़े आदमी ने बिल की पेमेंट की. तो उसने उस मैनेजर से कहा.
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तुम इस छोटे से होटल को चलाते हो पर फिर भी तुमने इतनी उदारता दिखाई. हमारी खातिर की. और साथ ही खुशमिजाजी भी.
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तुम बहुत ही अच्छे इंसान हो. तुम्हे तो एक बहुत ही बड़े और आलिशान होटल का मैनेजर होना चाहिए…
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शायद… मैं तुम्हारे लिए ऐसा एक होटल बनवाऊं ? उनकी बातें सुनकर मैनेजर के चेहरे पर मुस्कराहट आ गयी. फिर उसने उन दोनों को विदा किया.
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इस बात को कुछ साल बीत गए. मैनेजर तो उस किस्से को भूल भी चुका था.
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फिर एक दिन उसे एक चिट्टी मिली. जिसमे उस रात का जिक्र था.
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उस बूढ़े दंपत्ति ने उस मैनेजर को न्यूयोर्क में आमंत्रित किया था.
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जब मैनेजर वहाँ गया. और उन दोनों से फिर से मिला. तो उसे बहुत ही ख़ुशी हुई.
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फिर उस मैनेजर को लेकर वो बूढ़े व्यक्ति एक बड़ी सी आलिशान बिल्डिंग के सामने ले गए. जो अभी नयी नयी बनी थी. और उससे कहा,
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ये देखो. ये वो होटल है जो मैंने तुम्हारे लिए बनाया हैं. मैनेजर हैरानी से उन्हें देखने लगा, और कहा, आप मजाक कर रहे है.
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नहीं मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ, उस व्यक्ति ने एक मुस्कान के साथ कहा.
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वो होटल न्यूयाॅर्क का प्रसिद्ध वाल्डोर्फ- एस्टोरिया होटल था.
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और वो व्यक्ति अपने समय के अमेरिका के सबसे अमीर लोगों में से एक विलियम वाल्डोर्फ-एस्टर थे.
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और वो मैनेजर जॉर्ज सी बोल्ड थे. जो उस आलिशान और दुनिया के सबसे बेहतरीन होटल में शुमार वाल्डोर्फ- एस्टोरिया होटल के पहले मैनेजर बने.
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कहानी का आशय सीधा सा है. हमारी अच्छाई से दूसरों के साथ हमारा भी फायदा ही होता है. और ये कहां तक ले जाए, इसका अंदाज़ा भी हम नहीं लगा सकते.